Lifelong Learning In One Health National Seminar 2025 at Bikaner ..
Friend this week I was joined to a national seminar of Rajasthan Veterinary and Animal Sciences University Bikaner & Indian Adult Education Association New Delhi , the seminar subject was “lifelong learning in one health ”

In this seminar I was invited as a example of lifelong learner from Bikaner , so coordinator sir Rajendra joshi was invited to me and registered to myself as a participant of seminar. There I was got two art duty as a art master or as a learner . so after create portrait of chair person of IAEA New Delhi respectable Sir L. Raja and one another portrait of Sir Suresh khandelwal ji senior member of IAEA I completed my art masters duty or as a learner I was done sketching in seminar hall ( full time live sketches of live activities of that seminar . )
That seminar was started at 10: 30 am at faculty hall of Rajasthan Veterinary and Animal Sciences University Bikaner campus on date 20/3/2025.Bikaner
There in seminar I was stayed full time 10:30 am to till last session of that national seminar - lifelong learning in one health .
There in mid of sketching work I shoot some photos of different sessions of that seminar and I also wrote a report in hindi on all sessions of that national seminar of lifelong learning in one health .My contribution in that seminar was as a art learner or my presentation was my live sketching , that was presented on screen in last session of the seminar lifelong learning in one health 2025 Bikaner . it was great art achievement for me ! so I am very much thankful for Sir Rajendra Joshi and for Rajasthan Veterinary and Animal Sciences University Bikaner & Indian Adult Education Association New Delhi ,
Here that’s hindi note cum reporting of that seminar , I am sharing for your reading or notice with some visuals of that seminar
( I hope you will translate it by good translator on online format )
मित्रों आज दिनाक 20 /3 /2025 को आजीवन अधिगम - एक स्वास्थ्य (लाइफ लॉन्ग लर्निंग इन वन हेल्थ ) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हिंसा बनकर अभिभूत हूँ ! ये सेमिनार आयोजित किया गया भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संघ , नई दिल्ली और राजस्थान पशु चिकित्सा एवम पशु विज्ञान विश्वविद्यालय , बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में , राजुवास के फैकेल्टी सभागार में ! मुझे ये आमंत्रण भेजा बीकानेर इकाई की प्रौढ़शिक्षा संघ के श्री राजेंद्र जोशी जी ने जो इस राष्ट्रीय सेमिनार के संयोजक भी रहे !
आजीवन अधिगम - एक स्वास्थ्य विषय पर आधारित ये सेमिनार चार सत्र में चला पहला सत्र उद्घाटन सत्र रहा जिसमे राजस्थान पशु चिकित्सा एवम पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के वाइसचांसलर आचार्य मनोज दीक्षित जी ने अध्यक्षता की तो आप के साथ मंच को गरिमा प्रदान की प्रोफ़ेसर डॉ. एल राजा ने आप लाइफलॉन्ग लर्निंग ऐंड एक्सटेंशन तथा गांधीग्राम रूरल इस्टीट्यूट -डीम्ड यूनिवर्सिटी ( G R I ) गांधीग्राम के विभागाध्यक्ष है साथ ही आप भातरीय प्रौढ़शिक्षा संघ नई दिल्ली के अध्यक्ष भी ! आप के साथ एक और वरिष्ठ युवा मंच पर बिराजे थे श्री सुरेश चंद्र खंडेलवाल जी और सेमिनार के संयोजक तथा मुक्ति संस्थान के महा सचिव श्री राजेंद्र जोशी जी !
उद्घाटन सत्र की प्रिक्रिया भारत वर्ष से आये हुए समस्त अतिथि गणों का स्वागत तिलक और साफा पहना कर किया गया ! जिसे परिणाम दिया डॉ. हिमानी शर्मा और डॉ. नरेश गोयल जी ने ! ( नोट - हमेशा की तरह मैंने मेरा तिलक स्वयं ही निकला कूम कूम से- साफा घर का होने के कारण पावणों के लिए सुरक्षित रखने हेतु टाल दिया मैंने ! वैसे कुछ भी कम नहीं था सब भरपूर ही था ! कम था तो बस समय , जो कम से कम दो दिन का होना चाहिए था ! इस दमदार और अति विशेष विषय के लिए और इस महत्वपूर्ण सेमिनार के लिए, ये उम्मीद है राजेंद्र जोशी जी अगली बार में बाकी रहीवो कसर कढ़ा देंगे !
सेमिनार के संयोजक श्री राजेंद्र जोशी जी ने पहले सम्मान और स्वागत किया वाइसचांसलर राजुवास आचार्य मनोज दीक्षित जी का और फिर उनके बाद मंचासीन अतिथि प्रोफ़ेसर एल राजा और श्री सुरेश खंडेलवाल जी का पुष्पमाला से जिसे पहनाया सभागार में उपस्थित दोनों संस्थानों के गणमान्य व्यक्तित्वों ने ! उद्घाटन सत्र में ही डॉ. रेणुका व्यास जी द्वारा लिखा / डिज़ाइन किये हुए ब्राउज़र का लोकार्पण मंच से किया गया साथ ही मंच पर उपस्थित दोनों अतिथि प्रोफ़ेसर एल राजा जी और श्री सुरेश चंद्र खंडेलवाल जी का सम्मान भी किया गया !
सम्मान की प्रक्रिया में उन्हें प्रशस्ति पत्र ,शॉल के साथ में मेरे द्वारा बनाये गए पोर्ट्रेट ( पेन्सिल ड्राइंग ) विथ फ्रेम दिए गए ! भेंट करने का सौभाग्य संयोजक श्री राजेंद्र जोशी जी ने मुझे भी दिया सो उन्हें साधुवाद ! कला के साथ आप ने मुझ कलाकार को भी ( जो स्वयं लाइफ लॉन्ग लर्निंग को जीता है और उसका जीता जगता प्रमाण भी संयोजक महोदय ने सब के समक्ष प्रस्तुत करवाया मुझ से वहाँ सेमीनार की गतिविधियों का लाइव स्केच ( रेपिड स्केच ) बनवाकर ! ) मेरे द्वारा बनाये गए लाइव स्केच को सभागार में सेमिनार के समापन सत्र में बड़ी स्क्रीन पर प्रोजेक्टर से एजीबिट ( प्रदर्शित ) भी किया गया ! सो मुझ कलाकार के लिए वो पल प्रोत्साहन से भरा था तो बाकि सभी दर्शकों के लिए लाइफ लॉन्ग लर्निंग का लाइव एक्ज़ाम्पल भी रहा ! सभी ने सराहना करते हुए मुझे शाबासी दी उस पल मुझे एक ही पल में पुरे हिंदुस्तान के प्रौढ़शिक्षा के विषय के चिंतकों का आशीर्वाद ही मिलग या ! और उन्हें अपने सेमिनार के विषय के अनुरूप के रियल लाइफ लॉन्ग लर्निंग को जीने वाला कलाकार ! अध्भुत संयोग बनाया ये आज के राष्ट्रीय सेमिनार आजीवन अधिगम - एक स्वास्थ्य के संयोजक श्री राजेंद्र जोशी जी ने सो उन्हें साधुवाद !
प्रथम सत्र में राजुवास बीकानेर के वाइसचांसलर आचार्य मनोज दीक्षित जी ने सेमिनार के सफल होने की शुभकामनाएं देते हुए सभी अतिथि गण जो की भारत वर्ष के भिन्न भिन्न प्रांतों से आये उनका स्वागत अपने शब्दों में किया और सेमिनार की सार्थक चर्चा होने की कामना के साथ सभी को धन्यवाद भी कहा !
प्रोफ़ेसर एल राजा जी ने अपने जीवन केअनुभव को अपने उद्बोधन से अंग्रेजी भाषा में रखा ! आप ने प्रकृति,पशु , और मानव को अपनी बात का बिंदु बनाते हुए इनके प्राकर्तिक अंतर सम्बन्ध और सामंजस्य से सृस्टि के पुनरुथान के विषय पर चिंतन रखा ! तो श्री सुरेश चंद्र खंडेलवाल जी ने भी भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संग नई दिल्ली के तहत किये जाने वाले इस प्रकार के राष्ट्रीय सेमिनार और सभाओं के सन्दर्भ में जानकारी देते हुए अपनी बात कही !
आप दोनों अतिथियों के लिए प्रशस्ति पत्र का वाचन किया साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार जी और साहित्यकार डॉ. रेणुका व्यास जी ने आपके इस सम्मान समारोह में शामिल हुए बीकानेर के व्यापर जगत के डॉ. नरेश गोयल जी और व्यवसायी श्री राजेश चुरा जी !
उद्घाटन सत्र के बाद एक 10 मिनट का अंतराल चाय के लिए रखा गया ! उसके तुरंत बाद एक समूह छाया चित्र का एक्स्ट्रा सत्र बनाया गया और उस सत्र में भारतीय प्रौढ़शिक्षा संघ के देश भर से आये हुए सभी पदाधिकारियों का समुह छाया चित्र सेशन हुआ , उस विहंगम पल को मैंने भी मेरे कमरे मे कैद किया रेपिड स्केचिंग के मध्य ! फिर प्रथम सत्र आरम्भ हुआ जिसके अध्यक्ष रहे प्रोफ़ेसर राजेश जी और अतिथि रहे प्रोफ़ेसर एल राजा जी और श्री सुरेश चंद्र खंडेलवाल जी तो प्रथम सत्र में विषय परवर्तन किया गया प्रौढ़शिक्षा के सदस्य गण के द्वारा और उस विषय परवर्तन के उपरांत पत्र वाचन किया डॉ. आशा वर्मा जी ने डॉ. उमाकांत गुप्त जी ने और डॉ. नमामि शंकर आचार्य ने ! डॉ. आशा जी ने अपने पत्र में स्वास्थ्य के विषय पर परचा पढ़ा तो डॉ. उमाकांत गुप्त जी ने अध्यात्म के मानव का ब्रह्माण्ड के साथ सामंजस्य और आजीवन अधिगम के विषय को पर्चे में रखा ! डॉ. नमामि शंकर आचार्य ने पौराणिक लोक संस्कृति के उदहारण के साथ आजीवन अधिगम और एक स्वास्थ्य की बात को पुख्ता प्रमाणों के साथ अपने पर्चे से रखा ! जो अति प्रभावशाली रहा !
आप सभी प्रथम सत्र के पत्रवाचन करने वाले विशेषज्ञों का मंच से सम्मान किया गया !
दूसरा सत्र बैक टू बैक चला यानी की 12 : 55 से 2 बजे तक ! इस सत्र की अध्यक्षता की प्रोफ़ेसर आदिनारायण रेडडी जी ने तो मुख्य अतिथि रहे प्रोफ़ेसर हेमंत दाधीच और श्री पूरणमल जी , इस सत्र में पत्र वाचन किया डॉ. गौरीशंकर प्रजापत ने डॉ. रेणुका व्यास जी ने और डॉ. प्रशांत बिस्सा जी ने !
डॉ. गौरीशंकर प्रजापत ने पशु और मानव के प्राकृतिक प्रेम और बैर की उदाहरण सहित कई घटनाओं के साथ अपनी बात को अपने पर्चे से रखा ! तो डॉ. रेणुका व्यास जी ने शिक्षा और स्वास्थ्य पर केंद्रित टिपणी भरा परचा पढ़ा ! डॉ. प्रशांत बिस्सा जी ने भी अपने पर्चे में आजीवन सिखने की बात को अपने अध्ययन के विशेष उदाहरणों के साथ अपने पर्चे से रखा ! समय की सीमा के चलते अध्यक्षीय उद्बोधन भी संक्षित और सार गर्भित ही रखा दोनों सत्र के अध्यक्ष और मुख्य अतिथियों ने ! दूसरे सत्र के पत्रवाचकों का भी सम्मान मंच से किया गया !
दोपहर के भोजन के उपरांत समापन सत्र रखा गया ! इस सत्र की अध्यक्षता की पुनः वाइसचांसलर आचार्य मनोज दीक्षित जी ने पर इस बार वे महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के वाइसचांसलर के रूप में मंच पर बिराजे ( सेमिनार के संयोजक श्री राजेंद्र जोशी जी की सूचना अनुसार ) ! आप के साथ अतिथीय पद पर आसीन रहे प्रोफ़ेसर एल राजा जी और श्री सुरेश चंद्र खंडेलवाल जी और संयोजक श्री राजेंद्र जोशी जी ! समापन सत्र को आरम्भ किया गया मेरे द्वारा बनाये गए रेखा चित्रों को बड़ी स्क्रीन पर डिस्प्ले करते हुए ! साथ ही मेरा परिचय मंच से करवाया गया और मेरे द्वारा बनाये गए स्केचेस के बारे में भी बताया गया ! फिर एक एक कर के आये हुए देश भर के सभी अतिथियों को अपनी बात, टिका , समीक्षा सेमिनार के सन्दर्भ में और उसके विषय पर रखने को कहा ! जिसे सभी ने अपने सिमित समय में बहुत ही सुन्दर और सारगर्भित तरीके से रखा ! किसी ने हिंदी में तो किसी ने इंग्लिश में !
समापन सत्र में बोलते हुए प्रोफ़ेसर एल राजा जी ने भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संघ , नई दिल्ली के अध्यक्ष के पद से अपनी बात कही और आगामी दिनों में होने वाले आयोजन में आज के सेमिनार की विषय पर हुई चर्चा को एक पुस्तक रूप में रखने की बात भी कही ! आप ने मुझ कलाकार का भी सोल भेंट करते हुए भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संघ , नई दिल्ली की और से मेरा सम्मान किया ! जो मेरे लिए एक विशेष उपलब्धि ही रहेगी मेरी इस कला यात्रा में जो आधारित है लाइफ लॉन्ग लर्निंग कांसेप्ट पर ! तो भारतीय प्रौढ़शिक्षा संघ ,नई दिल्ली और राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय , बीकानेर ने मेरे लिए एक आत्मीय सम्मान के शीर्षक से बनायी विशेष शील्ड , से भी सम्मानित किया जो मुझ कलाकार के लिए अति गर्व की बात रही इस राष्ट्रीय सेमीनार में !
आज महसूस हुआ की अथक प्रयास से किया गया सृजन आप के स्वयं के लिए आनंद के पल सृजित करता है ! और यही लाइफ लॉन्ग लर्निंग है और इस से बने आनंद से एक स्वस्थ स्वास्थ्य भी अनुभूत होता है भीतर ! साधुवाद दोनों संस्थानों को और विशेष आभार राजेंद्र जोशी जी को !
अध्यक्षीय उद्बोधन में आचार्य मनोज दीक्षित जी ने स्वीकारा की सेमिनार के विषय के लिए समय कम रहा और स्थान भी अध्भुत मानव स्वास्थ्य के लिए चर्चा हेतु स्थान पशु स्वास्थ्य का ! बीकानेर एक दिन में देखने समझने की जगह नहीं है यहाँ कुछ दिन रुकने से इस धरा की संस्कृति , लोक , खान पान , आबो हवा , यहाँ का प्राकृतिक वातावरण , मानवीय व्यवहार यहाँ की आत्मीयता समझ में आती है ! आगामी सेमिनार या इस तरह के आयोजन के लिए समय भी प्रयाप्त रखेंगे ऐसा उन्होंने मंच से कहा ! फिर इस राष्ट्रीय सेमिनार में आये हुए सभी अतिथि गण जो की भारत के भिन्न भिन्न प्रांतों से पधारे उन सभी का सम्मान मंच से उन्हें गिफ्ट हैंपर देकर किया गया !
आज के इस आजीवन अधिगम - एक स्वास्थ्य विषय के राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों का आभार अतिरिक्त निदेशक ( पि आर ओ ) बीकानेर श्री हरिशंकर आचार्य जी ने किया !
सेमिनार को फाइनल टच बीकानेरी स्टाइल में दिया गया वो रहा बीकानेरी चाय से !
यहाँ उस अति महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सेमिनार के छाया चित्र मेरे कैमेरा की नजर से आप के अवलोकन हेतु !

So here I write about it – lifelong learning in one health national seminar 2025 at Bikaner .
Yogendra kumar purohit
Master of Fine Art
Bikaner, INDIA
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