Thursday, October 2

Art Vibration - 760

Sanskritik Srajan Pakhwada 2025 of Culture Ministry of India / Rajasthani Bhasha Sahitya aevam Sanskriti Acadmy Bikaner & My present ...

Friends date 17 sep.2025 to till 2 oct.2025 our ministry of culture department was  celebrated to sanskritik srajan pakhwada ( 15 days dedicate to creation of culture ) .


Law Minister of India & M.P.of Bikaner Hon'ble Sir ArjunRam Megwal with Secretory of Rajasthani Bhasha Sahitya Aevam Sanskriti Academy Bikaner Sir Sharad Kewaliya and Academy editor writer Madhu Acharya Ashawadi were presented in sanskritik Srajan Pakhwada 2025 , Bikaner,Rajasthan ..


 

So In my city Bikaner the Acadmy of Rajasthan Govt. The Rajasthani Bhasha sahitya aevam sanskriti Acadmy Bikaner ( the branch of National sahitya academy New Delhi India )  was  organiseed to this sanskritik srajan pakhwada in Bikaner . In this 15 days Rajasthani bhasha sahity aevam sanskriti academy  was organized many activities on rajasthani lanugage, literature , poetry . folk song, painting , discuss on rajasthani literature books and discuss on  use or benifit of rajasthani language or its final touch was done by discuss on thoughts of MAHATMA GANDHI . 

Hon'ble Sir ArjunRam Megwal Is speaking on local Language of Rajasthani culture ..

Kind  your Information i was specially invited in this  sanskritik srajan pakhwada 2025  as a visual art master from Secretory  of rajasthani bhasha sahitya aevam sanskriti academy Bikaner / Rajasthan - Sir Sharad Kewaliya ji ! 

i noticed many literature persons  seniors or Junirs of Bikaner , many rajasthani culture designers like folk song writers / singers/ rajasthani folk music instrument performers were participated in this sanskritik srajan pakhwada and presented their best performances , i also visited book exhibition in campus of Rajasthani Bhasha sahitya aevam sanskriti acadmy campus there academy presented / exhibited all publication of Rajasthani bhasha sahitya aevam sanskriti academy .in that exhibition i visited three books of JAGTI JOT with title cover design of myself ( publication year -one book cover of 2001/ two book cover of year 2025 ) .


 I  also joined to seminars of Sanskritik srajan pakhwada 2025 , that was focused on rajasthani language or thats future . and on date 2 oct.2025 i joined a live discuss on thoughts of Mahatma Gandhi ji through the  Sanskritik srajan pakhwada 2025 at Rotery club campus of Bikaner  , There society Intach -branch of Bikaner and Rajasthani Bhasha Sahitya aevam sanskriti Academy  were organised that and i also put my thoughts on concept of Mahatma Gandhi , in my speach i said the Mahatma Gandhi was our father of Nation  and i am trying to get myself as a son of nation India .   

Former Editor of Rajasthani bhasha sahitya Aevam sanskriti academy Bikaner , Dr. Namami Shankar Acharya in book exhibition with his edited book of Jagti Jot a special edition on a late senior writer of Rajasthani Language Dr. Narsingh Rajpurohit, Balotra / Rajasthan ! 

 In this Sanskritik srajan pakhwara 2025 , our Bikaner west  City - M.L.A. Sir  Jethanand vyas was joined to it and our Law minister of India and M.P. of Bikaner Sir Arjunram Megwal was also joined as a chair person of this sanskritik srajan pakhwada from   Goverment of India & Rajasthan too. 

Two Title Covers of JAGTI JOT books i designed it for former editor  Dr. Namami Shankar achary year 2025

I registered to my presence in sanskritik srajan pakhwada 2025 as a short note in rajasthani language,  because rajasthani language is my Mother tong and hindi  is my nation  tong and english is our  universal communication tool . 

so here i am sharing that short notes of Rajasthani language - day first to till closing day of sanskritik srajan pakhwada 2025 ..

Day first ;- women writers -

साथीवाळा आज मने न्युतो हो कला  एवम संस्कृति विभाग मंत्रालय , राजस्थान सरकार  खानी सूं ! न्युतो हो सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा रे पेटे जीके री  पेलीपोत कड़ी ही आज रे पेले दिन री "राजस्थानी लेखिका संगोष्ठी " और गोष्ठी तेवड़ी ही राजस्थानी भाषा  साहित्य एवम संस्कृति  अकादमी बीकानेर और महिला लेखक संग बीकानेर भेळप में  , बीकानेर री महिला मण्डल स्कूल माया ! समय राखियो धोले दुपारे एक बजी ! पण  मायड़ भाषा री  हेताळू  महिला लेखिकावां और माहरे  जेड़ा कला संस्कृति सारू प्रतिबद्ध पुग ही ग्या बखत पर सही ठिकाणे महिला मण्डल स्कूल बीकानेर  ! इये संगोष्ठी में महिला लेखिका ,महिला चिकित्सक , महिला शिक्षिका सागे महिला समाज सेवक भी उपस्थित होया और आप री पूरी सहभागिता दिनी !  



संगोष्ठी राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी री  उपस्थिति में संचालित हुई ! तो सञ्चालन करणीया हां राजस्थानी महिला साहित्य रा लूंठा साहित्यकार श्रीमति मनीषा आर्य सोनी जी ! मुख्य वक्ता रे रूप माया बोलणिया हां लोक संस्कृति रा पोषक और समाजसेवी साहित्यकार श्रीमति डॉ. सुधा आचार्य जी !

 

राजस्थानी लेखिका संगोष्ठी री  शुरुवात माँ शारदे री तस्वीर पर पुष्पमाला चढ़ार करी जी ! इन मौके सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत करि महिला मंडल स्कूल री शिक्षिकावां  अर महिला लेखिका समूह गान स्वरुप माया जिकी शानदार प्रस्तुति रैयी ! 


फेर संगोष्ठी रे विषय ने सामी राखियो संचालक श्रीमति मनीषा आर्य सोनी जी ! आप केयो की लेखन कारणों कोई नारी या पुरुष रो विषय कोणी लोक संस्कृति री  पिछाण करावण रो सांतरो काम है ! साहित्य लोक ने समृद्ध और प्रचारित करे इमे   महिलावां री  महताऊ भूमिका हमेश रैयी है और आगे भी रेसी ! आप संगोष्ठी में राजस्थानी महिला लेखन री  दशा और दिशा पर भी आप री  बात राखी ! इन बखत आप केयो की महिला खातिर लेखन सारू घणी अबखायां है , घर ग्रहस्ती , संस्कृति , नौकरी रे माय सु बखत ने बचावणो लेखन पेटे  कोई सोरो काम कोणी ! पण आप हूंस भरता थका केयो की सब अबखायां रे बाद भी आज री  राजस्थानी भाषा री  लेखिका आप री भूमिका समाज और संस्कृति सारू बखूबी निभा री है जिके  रो मने हरख है ! आप कई वरिष्ठ महिला लेखिकावां  रा नाम भी मंच सु लेवता थका बियाने आदर्श रूपक मानियो  राजस्थानी महिला लेखन सारू ! 


आप रे बाद राजस्थानी भाषा एवम संस्कृति अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी आप री बात राखी ! आप सांस्कृतिक  सृजन पखवाड़ा री  पेली कड़ी राजस्थानी लेखिका संगोष्ठी  ने  इये  सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े री  शुरुवात बतायी और बधाई दिनी सब महिला लेखिकावा ने इये  संगोष्ठी में भाग लेवण सारू ! 

आप आभार दिनों महिला मंडल स्कूल ने भी जीका आप रे पूर्ण सहयोग सु इये संगोष्ठी ने सफल करदी !  


संगोष्ठी में बीकानेर री कई वरिष्ठ और युवा लेखिकावां शिरकत करि सागे सागे महिला मंडल स्कूल री  समस्त शिक्षिकावां भी आप आप री  बात राजस्थानी भाषा और बिरे लेखन पेटे राखी ! 


युवा राजस्थानी लेखिका हर्षिता जोशी आप री  बात राखता  थका केयो की समय साथे बदलियोडे  संस्कृति रे रूप ने पाछो  लोक संस्कृति सु जोडणं री  खेचळ महिला लेखिकावां ने करनी पड़सी ! आ बात इये  महिला लेखिका संगोष्ठी री  उपलब्धि मानी जा सके क्यों की एक युवा लेखिका संस्कृति री  चिंता जाहिर कर रही थी वरिष्ठ लेखिकावा रे सामे ! ( लेखिका हर्षिता जोशी पुत्री है माहरे बी के  स्कूल  रे सहपाठी अबे समाज सेवी मास्टर  आनंद जोशी री ) 


राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी के कर्मचारी गण भी आप री  बात अकादमिक परिदृश्य माय राखी   ! तो कई  और वरिष्ठ और यवा राजस्थानी लेखिकावां  भी आप रा विचार संगोष्ठी में राखिया !  माहरे वास्ते  भी संचालक जी श्रीमति मनीषा आर्य सोनी जी दो शब्द केवण रो अवसर बणायो तो हूँ केयो की हूँ तो अकादमी रे न्यूते  पेटे सुणनं ने ही आयो हूँ आप सब गुणी जन ने,  पण फेर बियारो मान राखते थके चार शब्द ही केया " १ महिला २ लेखन ३ सशक्त ४ हो ! 


 फेर मुख्य वक्ता रे रूप में डॉ. सुधा आचार्य जी राजस्थानी लोक संस्कृति मर्मज्ञ मंच सूं बोल्या ! आप महिला लेखन रे  सागे सागे संस्कृति धरोहर ने संजोने री  सिख भी  महिलाओं ने लेवण  री बात मंच सूं केयी ! आप केयो आधुनिकता  रे सागे संस्कारा ने संजोना पड़सी संस्कृति और लोक ने जीवित राखण  सारू ! आप राजस्थानी भाषा एक है इये  बात ने भी कई निजी यात्रा वृतांत रे उदाहरण सूं प्रमाणित करता थका  राखी राजस्थानी भाषा रे पेटे ! 

आप केयो लोक बचसी तो संस्कृति हाफ़ेई बच जासी जे लोक नहीं तो पाछे लारे कई नई रेसी  ! 


संगोष्ठी रे लारले छेड़े माथे श्रीमती मनीषा आर्य सोनी जी आप रो एक समकालीन लोक गीत राजस्थानी भाषा ने मान्यता रे पेटे  आप री  निजु पीड़ जिकी आखे राजस्थान री  पीड़ है बिने  साफ़ चेतावनी  देवन रे भाव में स्वर बद्ध करता थका गायो और गीत समर्पित करियो डॉ. सुधा आचार्य जी ने मंच सु ! 


अठे  कई चितराम महारे केमेरा सु लियोडा आप री  निजर जीका है महिला लेखिका संगोष्ठी रा सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा री  पेली कड़ी रा ! 


2. Rajasthani Folk song writers / folk song performance with musical instruments ...

साथीवाळा राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रे सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े री  आज दूजी कड़ी राजस्थानी लोक गीत अर देश भक्ति गीत री प्रस्तुति  अकादमी रे सभागार माया ही राखीजी ! अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी रे संयोजन माया ! इये राजस्थानी लोकगीत अर देशभक्ति गीत री  प्रस्तुति रा अध्यक्ष रेया प्रोफ़ेसर भवर भादाणी जी (पूर्व  प्राचार्य  अलीगढ मुस्लिम विश्व विद्यालय ) तो मुख्य अतिथि रेया अकादमी रा पूर्व सचिव और इंटेक बीकानेर शाखा रा निदेशक श्री पृथ्वीराज रतनु जी , विशिष्ठ अतिथि रेया राजस्थानी रा वरिष्ठ  साहित्यकार श्री कमल रंगा जी ! राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी खानी सु सब रो स्वागत करियो अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी !  


राजस्थानी लोकगीत अर देश भक्ति गीत री  प्रस्तुति रा संचालन करणिया हां  राजस्थानी  लोग गीतकार श्रीमति मनीषा आर्य सोनी जी ! आप लोक गीत और देशभक्ति गीत री  प्रस्तुति सु पेला मंच ने डेस्क पर न्युतियो आप री  बात राखण  सारू ! तो मुख्य वक्ता रे रूप माया बोलता थका श्री पृथ्वीराज रतनु जी राजस्थानी लोक गीत   ने राजस्थानी संस्कृति री पुख्ता पिछाण केयो ! आप हरख करता केयो की मांड गायकी रा पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई बीकानेर रा हां और राजस्थान सरकार बियारे रचोड़े लोकगीत पधारो म्हारे देश ने राजस्थान पर्यटन विभाग रो टाइटल अर टैग बनायो आ ताकत है राजस्थानी लोक गीत री  जीके ने आखो विश्व  आज माने ! आप केयो जद  ताई लोक गीत जीता रेसी तद ताई राजस्थान री लोक  संस्कृति ने कोई आंच कोणी आवे ! 


अध्यक्ष प्रोफ़ेसर भवर भादाणी जी आप री बात केवता थका केयो की  लोक संस्कृति री पेली कृति ही लोक गीत है ! इये लोक गीता में राजस्थान रो से कुछ है इतिहास, गाथा , जोहर, आगम सु आगोतर तक रो ज्ञान और भी से कुछ लोक जीवन ने जीवन समझण पेटे री  सिख सार ! लोक साहित्य ही है राजस्थानी लोक गीत ! 


अध्यक्ष उद्बोधन पछे  बीकानेर रा पांच लोक गायक आप आप री लोक गीत अर देश भक्ति रे गीत री  प्रस्तुति दिनी ! सगळी लोकगीत प्रस्तुति संगीत रे सागे प्रस्तुत करीजी जीके सु लोकगीत प्रस्तुति रो कार्यक्रम सुणनिया  ने बंधियोडो रखियो और ओ सुण निया ने संगीत सु बांधन रो काम करियो हो संगीत रा मास्टर चंद्रेश जी ! आप राजस्थानी लोकगीत री  गूंज अमेरिका तक गुंजार आयोडा है  ! और आज आप आप रे लोक  संगीत सु अकादमी रे सभागार ने भी गुंजा दियो ! 


पेलो लोकगीत प्रस्तुत करियो राष्टीय पटल पर आप री  लोकगीत  री छाप और पीछाण बना वाणिया  वरिष्ठ लोक गायक डॉ. पदमा व्यास जी ( माहरी भुआ / थे के सको लाडे री  भुआ  हा हां  ) आप एकदम अकादमिक रूप में जिया रेडियो और दूरदर्शन में लोक गीत री प्रस्तुति दी जावे बियाही आप री प्रस्तुति देर  श्रोताओं ने राजस्थानी लोक गीत रे तान लोक संस्कृति सु सिद्धो वैचारिक रूप सु जोड़ियों ! 


दूजी प्रस्तुति रैयी लोक गीत मर्मज्ञ डॉ. सुधा आचार्य जी  री , आपक सामाजिक लोक रीत रो गीत आप री  मीठी राजस्थानी में गायो जोको श्रोताओं ने खूब रास आयो ! 

 

तीजी प्रस्तुति रैयी  श्रीमति मनीषा आर्य सोनी जी री , आप पणिहारिन लोक गीत संगीत पर गायो और सागे सागे गीत रे बोल ने भी अरथायो ! अबे गीत या लोक गीत ने सुनर जिकी अनुभूति होव बिने  सबद में केवणो बीए संगीत प्रस्तुति सागे न्याव कोणी होव इन खातिर क्षमा ! 


चौथी प्रस्तुति रैयी लोक गायक /लेखक श्री सुशिल छंगाणी जी री आप दो  लोक गीत गया जीके में एक लोक गीत आप आप रे पिताजी राजस्थानी रा साहित्यकार स्वर्गीय श्री शिवराज छंगाणी जी ( पूर्व अध्यक्ष राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादेमी ) रो  लिखोड़ो गायो  और बिचाळै भावुक हो ग्या !  उन बखत श्री शिवराज छंगाणी जी रो पोतो  दर्शक दीर्घा माय सु उभो होयर आप रे दादा जी री लोकगीत री  कृति ने गायर पूरी करि सदन पुरो भावुक होग्यो उन बखत और मैं देखि लोक संस्कृति री  जीती जागती  तस्वीर तीन पीढ़ी रे तान लोक संस्कृति रे पेटे सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े रे तान राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादेमी रे परिसर  माय !  


अंतिम प्रस्तुति रैयी देश भक्ति गीत री  जिकी प्रस्तुत करि श्री महेंद्र पुरोहित जी !


लोकगीत अर देश भक्ति गीत री  प्रस्तुति रे बाद अकादमी सम्मान करियो  मंचासीन अतिथि गण रो और लोक गायन और संगीत री  प्रस्तुति देवण  वाला रो ! इण  मौके  संचालक श्रीमति  मनीषा आर्य सोनी जी  सम्मान करण  पेटे मने  बुलायो और माहरे हाथ सु प्रतिक चिन्ह संगीतकार श्री चंद्रेश जी ने दरवायो ( जीका री  फोटो हूँ ले कोणी पायो  फेरु क्षमा। . )  


आभार या आज रे लोकगीत अर देश भक्ति गीत री  प्रस्तुति रे समाहार पेटे राजस्थानी रा वरिष्ठ साहित्यकार श्री कमल रंगा जी ने डेस्क पर संचालक जी न्युतियो और आप सगळा रो आभार करता थका केयो की राज रो काज और हुकुम  रे हलकारे री सांतरी पैरवी लोक संस्कृति पेटे इन तरह सु सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े रे रूप माया होवणी  ही चईजे ! 


अठे कई चित्रराम  मने टाल करते थके आप री  निजर लोक गीत अर देश भक्ति गीत री प्रस्तुति रा अकादमी रे सभागार सु माहरे केमेरा सु !

3. Discuss on book of poets of Rajasthan  & exhibition of all Books of Rajasthani Bhasha sahitya Sanskriti Academy Bikaner . 

साथीवाळा आज मने राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी खानी  सु न्यूतो हो सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े पेटे  चालरिया सांस्कृतिक अर साहित्य आयोजन रे माय हाजरी देवन सारू  ! बखत राखियोडो हो 12 बजी तो आदतन बखत पर हूँ पुग्यो राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी माया ! बैठे ऊपर ले माळे में वाचनालय / पुस्तकालय माया अकादमी खानी  सू छापोड़ि  पोथ्यां री  परदरसनी  लागयोड़ी ही ! जिकी ने मैं  डॉ. नमामि शंकर आचार्य ( पूर्व संपादक राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी बीकानेर ) रे सागे देखि ! पोथी प्रदर्शनी में वर्ष 2001 अर 2025 माया माहरे बणयोडे पुठे रा चितराम  वाली जागती जोत  री पोथ्यां भी देखि तो  साहित्यकार मनीषा कुमार जोशी री पोथी  खेलरा रो खेल भी साथै ही डॉ. नमामि शंकर आचार्य री पोथी उत्तर पातर भी देखि और राजस्थानी में अनुवादित संविधान री  पोथी भी ! इण पुस्तक परदरसनी माया अकादमी आपरो लगभग सगळो प्रकाशन ( एक एक प्रति पोथी री  )  

सझायोड़ी  ही  जीके ने मैं माहरे कैमरे सु अलग अलग ऐंगल सु कैद करियो हो  , बे  इये  पोस्ट सागे आप रे निजर है !


परदरसनी रे बाद पोथी चर्चा राखी जी जिकी ही " राजस्थान रा कवि " पोथी माथे ! पोथी चर्चा रा अध्यक्ष हा बीकानेर पश्चिम रा विधायक श्री जेठानन्द व्यास जी तो मुख्य वक्ता हा वरिष्ठ साहित्यकार अर संपादक राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी बीकानेर श्री मधु आचार्य आशावादी जी ! आप रे सागे  मंच साझा करियो अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी तो मंच रो संचालन करियो साहित्यकार चित्रकार श्री नगेन्द्र किराडू जी ! 


पोथी चर्चा पर परचा बाचनीया हां  डॉ. गौरीशंकर प्रजापत जी और श्रीमती सीमा पारीक जी ! स्वागत करणीय हां अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी ! 


पेलड़ो परचो पढ़ियो डॉ. गौरीशंकर प्रजापत अर  आप आ जानकारी दिनी पोथी पेटे  की राजस्थान रा कवि पोथी आज राजस्थानी  शिक्षा में पढाईजे है ! पोथी रे मूल स्वरुप में राजस्थान रा कोई 60 कवि संकलित हां पण  पाठ्यक्रम ने संकड़ो करता थका पोथी में अबे खाली 11 कवि ही राखिया है ! डॉ. गौरी शंकर प्रजापत अकादमिक तरीके सु आपरे पर्चे ने बाचियो और एक एक कवि रे काव्य ने व्याख्या करता थका बियारे काव्य री महताऊ बाता  ने बताया ! सही अर्थों में सांतरो पर्चो हो आप रो पोथी राजस्थान रा कवि रे पेटे ! 


दूजो पर्चो बाचियो साहित्यकार श्रीमती सीमा पारीक जी , आप भी आप रे पर्चे माया संस्कृति और मायड़ भाषा रे मिठास रे काव्य रचन वाला कवियां री  खूबियां सागे पर्चो पढियो ! पण  दोनों परचा एक ही पोथी माथे हां इण  सारू दोहराव होवणो  स्वाभाविक भी हो !




मुख्य वक्ता रे रूप माया साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी जी  राजस्थान रा कवि पोथी री  तर्ज पर अकादमी सामे सुझाव रखियो की वर्तमान रा कवि जीका है बियारी भी एक पोथी जल्द ही अकादमी खानी  सु प्रकाशित होवनि चईजे ताकि विद्यार्थी वर्तमान रे राजस्थानी काव्य ने भी पढ़े जियां ! आप नगर विधायक जी ने आग्रह करियो की  राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रो स्वरुप एडो होवणो चईजे की बो अकादमी री  परिभाषा में एक मिशाल बण  जावे आखे राजस्थान और भारत में  और अठे  जे कोई बारलो साहित्यकार आर पाछो आपरे प्रदेश या देश जावे तो सब ने अठेरी अकादमी रा गुण गान सुनावे एडो की होवणो चाइजै आप रे कार्यकाल में राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रो स्वरूप !  


अध्यक्षीय उद्बोधन देवता थका नगर विधायक पश्चिम बीकानेर केयो की राजस्थानी भाषा नुवी  शिक्षा पद्धति में लागु होगी है ! अबे समय है की आपा मिलपरार जन चेतना लावा आर्ट्स लेवण वाले ने एक विषय राजस्थानी जरूर लेवण री समझाइश करा ! आप आ जानकारी भी दी की राजस्थानी भाषा सागे इये  सत्र में सब विधायक विधान सभा सु हस्ताक्षर करपरार केंद्रीय सरक़ार  ने ज्ञापन भी भेज दियो है ! आप एक बात ख़ास तौर सूं  केयी की सरकार आप रो काम कर रही पण  राजस्थानी भाषा खातिर आपा ने भी मेहनत करणी  पड़सी ! 


बिण  बखत मने भी विचार आयो की जे   राजस्थान री सगळी  कॉलेज स्कूल सु जे राजस्थानी विषय पेटे सालान वजीफों दियो जावे सरकार खानी सुन तो पछे राजस्थानी विषय लेवण वाला टाबरां री  कोई कमी कोणी रेसी , अबार राजस्थानी विषय महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर  में सेल्फ फाइनेंस रे ताण  टाबर पढ़ रिया है बति फीस देपारार !  जिकी शर्म करण वाली बात है राजस्थानी भाषा री पढाई  सारू  राजस्थान माया ही बति फीस जिकी अठे   फ्री या फेर वजीफों देर होवणी चाइजै राजस्थानी ने बचावण सारू !


पोथी चर्चा रे लारले छेड़े माथे अकादमी खानी सु सम्मान स्वरुप प्रतिक चिन्ह भेंट करिया अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी , जिके में अध्यक्ष श्री जेठानन्द व्यास जी ने , साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी जी ने , दोनों परचा पढनिया  डॉ. गौरीशंकर प्रजापत अर श्रीमती सीमा पारीक जी  ने और संचालक श्री नगेन्द्र किराडू जी ने दिनों ! 

Former editor of Rajasthani bhasha sahitya aevam sanskriti academy  Bikaner  Dr. Namami Shankar Acharya with magazine JAGTI JOT edition year 2001, on this book my title cover was published by editorial team of  former Editor Sir Prithaviraj Ratnoo !

अठे   कई चितराम पोथी चर्चा राजस्थान रा कवि रा आप सब री  निजर राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति  अकादमी बीकानेर रे सभागार सु !

4. Discuss on subject In Education or busianess how to helpful local language ( Rajasthani ) 

साथीवाळा आजु  महाराजा नरेंद्र सिंह सभागार माया तेवडियोड़ी परिचर्चा में भाग लेवण रो मौको बणायो राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी और सपादक श्री मधु आचार्य आशावादी जी ! परिचर्चा सिंज्या 4 बजी तेवड़ी ही जीकेरो विषय रखियो हो " मायड़भाषा राजस्थानी : शेक्षणिक अर आर्थिक विकास " राजस्थानी में इने  इया या  किया लिख सका  "  मायड़ बोली राजस्थानी पोशाळ अर रकम रो बधापो " !  परिचर्चा ( हथाई / बंतळ )  संचालित करि साहित्यकार गीतकार श्री संजय पुरोहित जी तो मंच पर अध्यक्षता करि भारत देश रा कानून मंत्री अर बीकानेर रा लाडला सांसद श्री अर्जुन राम मेगवाल जी ! आप रे सागे मंच साझा करियो मुख्य वक्ता रे रूप में श्री मधु आचार्य आशावादी जी अर राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रा सचिव श्री शरद केवलिया जी ! 



स्वागत करियो मंच सु  सचिव श्री शरद केवलिया जी !  तो मुख्य वक्ता रे रूप में आप री  बात राखी परिचर्चा रे विषय माथे साहित्यकार / संपादक श्री मधु आचार्य आशावादी जी ! आप केयो की अबे राजस्थानी ने मान्यता मिलन में कोई घणो बखत  कोणी लागे ला क्यों कि आपा रा सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री श्री अर्जुन राम जी   संविधानिक रूप सु काम कर रिया है और बीरो परिणाम जल्द ही अगले दो तीन महीना में आपा ने बेरो हो जासी ! 


अध्यक्षीय उद्बोधन देवता थका सांसद श्री अर्जुनराम मेगवाल जी केयो की , कई अबखायां है हाल ताई राजस्थानी रे सामे पण बीरा संवैधानिक निवारण भी है काम चालरियो है ! जल्द ही आप सब ने की राजस्थानी भाषा पेटे खुश होवण री बात सुणने मिलसी ! आप क्षेत्रीय भाषा रे पेटे एक तर्क ओ  भी सामे राखियो  की जिको व्यक्ति / बच्चो आपरी क्षेत्रीय भाषा में पढाई करे बिरि तर्क शक्ति 30 % प्रतिशत बति होव दूजी भाषा में पढाई रे बजाय !आप थोड़े में संकेत करता थका से की केदियो इसारा समझण वाळा  बुद्धिजीवियों ने ! 


राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी खानी  सु सांसद महोदय जी रो प्रतिक चिन्ह भेंट करता थका सम्मान करियो गयो सागे सागे मुख्य वक्ता और संचालक जी रो भी सम्मान अकादमी खानी  सु प्रतिक चिन्ह भेंट करता थका सचिव महोदय करियो ! श्री शरद केवलिया जी ( सचिव साहित्य भाषा एवम संस्कृति अकादमी )इन मौके आप री  दो पोथ्यां सांसद श्री अर्जुनराम मेगवाल जी ने मंच सु  भेंट करि ! 


परिचर्चा में वरिष्ठ साहित्यकार राजस्थानी भाषा रा हेताळू श्री पृथ्वीराज रतनु जी ,वरिष्ठ  साहित्यकार राजेंद्र जोशी जी , अर वरिष्ठ साहित्यकार श्री कमल रंगा जी भी आप आप री बात मायड़ भाषा और बिरे  ताण  होवण वाळी पढाई और कमाई विषय पर बोल्या ! 


साहित्यकार श्री पृथ्वी राज रतनु जी केयो की हिंदी सु पुराणी भाषा राजस्थानी है जिकी कोई 1000 साल सु भी पुराणी है और बीरा प्रमाण राजस्थानी ग्रन्था रे रूप माया  संभियोडा पड़िया है ! आप सांसद मोहदय री  भी राजस्थानी संस्कृति ने धारण करण री  बियारी रूचि री आ केव ता थका  बड़ाई करि की आपा रा सांसद दिल्ली री  सब सु बडी पंचायत में भी राजस्थानी वेश भूषा सागे -माथे पर पाग पैर परार बैठे और आखो  देश आप ने देखे जणे आपरी राजस्थानी वेश भूषा भी देश ने निजर आवे आप रे ताण ! इन सारू आप ने लख दाद एडा वचन आप मंच सु साझा करिया ! 


साहित्यकार श्री राजेंद्र जोशी जी  पढाई में राजस्थानी और राजस्थानी में पढाई माथे आप री बात राखी !  क्षेत्रीय भाषा में सरकारी और गैर सरकारी दोनों तरेरी स्कूल पोशाल ने सरकार बांधे राजस्थानी में पढवान सारू ! जिकी जरुरी है बच्चा रे सांगो पांग मानसिक विकास सारू ! आ बात जोर देवता थका केयो ! 


साहित्यकार श्री कमल रंगा जी भी नवी शिक्षा निति रे सागे ही राजस्थानी हर एक पोशाल में जरुरी करणी चईजे ताकि बच्चा आप रे स्वभाव  भाषा रे सायरे / छांव में सांगोपांग व्यक्तित्व और बुद्धि रो विकास कर सके ! आप भाषा पेट राजस्थानी बाजार और बिरे विज्ञापन पर भी बात राखी , आप केयो की राजस्थानी व्यापारी भी आप रे उत्पाद ने बाजार में चलावन सारू बेचन सारू मायड़ भाषा खानी  झुकाव  कर रियो है ! जीकेरा कई उदहारण आप दिया मोबाइल / सोशल मीडिया / रील , अख़बार रा विज्ञापन , टीवी रा विज्ञापन  आदि ! 

आभार परिचर्चा में हाजरी लगवाण  वाळा रो दियो साहित्यकार / चित्रकार श्री नगेंद्र किराडू जी !


अठे कई चित्रराम  माहरे केमेरा सु आप री  निजर महाराजा नरेंद्र सिंह सभागार मायली राजस्थानी  भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी री  परिचर्चा " मायड़भाषा राजस्थानी : शैक्षणिक अर आर्थिक विकास "  रा ! 

5 . Thoughts of Mahatma Gandhi and thats importance in presence ..

साथीवाळा तिथी 17 सितम्बर 2025  सु लेर तिथी 2 अक्टूबर 2025 तक राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी  बीकानेर तेवडियो सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ों और इण  पखवाड़े माया अकादमी लगोलग राजस्थानी भाषा साहित्य अर संस्कृति पेटे नीरा सारा जलसा तेवड़िया जीके में महिला साहित्य लेखन सु सुरु करियो अर आज समापन बेळा पर तेवड़ी एक संगोष्ठी महात्मा गाँधी रे विचार पर मंथन पेटे ! संगोष्ठी रो विषय राखियो " विश्व - परिदरसाव मांय गांधी जी रै विचारां री प्रासंगिकता " 

 

Secretory sir Sharad kewaliya is giving welcome speech . Former Editor Sir Prithaviraj Ratnoon , Rajasthani language  Dr. Sudha Acharya  and Book Publisher  Shree Manmohan Klyani Bikaner on stage of Sanskritik srajan pakhwada 2025 at Rotary Club Bikaner .


संगोष्ठी बीकानेर री  रोटरी क्लब परिसर रे इंटेक रे सभागार माया तेवड़ी जी राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रे भेळप में ! जीकेरी अध्यक्षता करि लोक साहित्य रा डॉ. सुधा आचार्य जी  अर मुख्य अतिथि हा श्री मनमोहन कल्याणी जी ( प्रबंधक कल्याणी प्रिंटिंग प्रेस बीकानेर ) संगोष्ठी में मंच साझा करियो राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रा  सचिव  श्री शरद केवलिया जी तो संगोष्ठी ने संचालित करि साहित्यकार अर पूर्व सचिव राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी  बीकानेर और अबार इंटेक बीकानेर शाखा रा निदेशक  श्री पृथ्वीराज रतनु जी ! 

सब रे स्वागत रे सागे आज री संगोष्ठी रे  विषय ने   राखियो अकादमी रा सचिव  श्री  शरद केवलिया जी ! 

फेर संचालक श्री पृथ्वीराज रतनु जी संगोष्ठी रे विषय पर बात  अर विचार साझा करण सारू हाजिर होयोड़ा प्रभुद्ध जन ने बारी बारी मंच सु न्युतियो , तो पेली आप री  बात राखणिया हां डॉ. एम एल जांगिड़ साब , आप गांधी जी रे जीवन ने ही सिख केवता थका आप री  बात राखी ! आप गांधी जी री  जीवणी अर अहिंसात्मक आंदोलन पर बोल्या ! 

फेर वरिष्ठ साहित्यकार श्री गोविन्द जोशी जी आपरी बात केवता थका बोल्या की गांधी ने देखलो या पछे बीकानेर रा श्री मुरलीधर जी व्यास ने देख लो एक ही बात  है  ,  क्यों कि श्री मुरलीधर जी व्यास महात्मा गांधी जी रा पूरा अनुयायी हा या ईया केदो की गांधी जी रे विचार रो पुरो प्रभाव श्री मुरलीधर जी व्यास पर हो ! आप संगोष्ठी में श्री मुरलीधर जी व्यास री  प्रतिमा सागे हालही में बीकानेर रेलवे स्टेशन पर छेड़ा छाड़ होवण री बात सु जिकी निजु  पीड़ हुई बीने  भी साझा करि ! 


डॉ. फारूक मोहम्मद  साहब भी गांधी जी रे जीवणी रे सागे सत्य रे अनुसरण करण री  विशेषता सु आप री  बात ने राखी ! आप बताया की गांधी जी ईता  सत्यवादी हां की बिया आप री  आत्मकथा में  बो सब भी लिखियो जीकेने हरेक व्यक्ति लिखतो संकोच करे ! 

साहित्यकार श्री जुगल पुरोहित जी भी   री बात रखता थका केयो की आज रे समय में भी गांधी जी रा विचार प्रासंगिक है ! मार्ग दिखावण वाला है ! देश ने जोड़न वाला  है ! 

डॉ. रितेश व्यास  आप री  बात राखता थका केयो की गांधी जी अंग्रेजा री जरुरत हा, गांधी जी रो अहिंसात्मक आंदोलन अंग्रेजा री  ढाल हो ! अंग्रजो ने बेरो  हो की जे गांधी नहीं रेया तो अंग्रेजों ने अगले दिन ही भारत सु पाछो लंदन जाणो पड़सी ! आप ओ  भी बताया की किया गांधी जी आपरे तन रा कपडा कम कर दिया देश री नारी रे वस्त्रा रे अभाव री व्यथा ने कस्तूरबा गांधी जी री  जुबानी सुण परार ! 

फेर इंटेक रा पदाधिकारी श्री अभय सिंह जी का पछे श्री अमर सिंह जी ( नाम में उलझज्ञो हूँ )  ! आप री बात राखी गांधी जी ने याद करता थका बियार विचारा ने आज रे बखत सु जोड़ता हुआ ! 

आपरे पछे  डॉ. नमामि शंकर आचार्य ( पूर्व संपादक राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति अकादमी बीकानेर ) आपरी  बात राखी डॉ. नमामि केयो की गांधी जी अहिंसा  रा पुजारी हां पण अबे बखत लाता रा भूत बाता सु कोणी माने  वालो हुग्यो है , डॉ. नमामि शकर आ बात  पाकिस्तान ने आड़े हाथो लेवते थके  कैयी ! 

प्रोफ़ेसर श्री भुवनेश स्वामी भी  गांधी जी रे विचारा री  विदेशों में किती प्रासंगिकता है इये पर बोलता थका कई विदेशी लेखका रे लिखोड़े इतिहास रा उदहारण भी राख्या ! 

साहित्यकार कवि बाबूलाल छंगाणी जी भी गाँधी जी रे विचार ने सर्वोपरि और समाज हित  रो बतावता थका आप री  बात राखी ! आप हास्य रा कवि हो तो आपरी बात में व्यंग अर हास्य  री पूट भी आप दिनी ! 

Myself is speaking on thought of MAHATMA GANDHI in discuss of " thoughts of Mahatma Gandhi and thats impression on present .from stage of Sanskritik srajan pakhwada 2025 at Rotary club Bikaner .


सगोष्ठी में संचालक जी श्री पृथ्वीराज रतनू जी मने भी बोलण सारू डेस्क पर बुलायो ! मैं पेला तो आभार दियो राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रो जिकी इये  सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े ने जोरदार तरीके सु सफल कीनोअर  बीकानेर में  लोक सांस्कृतिक माहौल बणा  दियो ! फेर आभार दियो इंटेक री टीम ने जीका मने चित्रकार ने  बोलन सारू मंच दियो ! शायद हूँ आज इये  सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े रो  वक्ता मोयलो / श्रोता मोयलो अंतिम वक्ता ही हो अर ओ  माहरो सौभाग्य भी हो की मने भी मन रा भाव केवण सारू जागा दिनी ! हूँ केयो की गांधी जी ने मैं एक दर्शन शास्त्री रे रूप में चित्रकला री  पढाई  में पढियो " सत्यम शिवम् सुंदरम रे तर्क रे सागे ,"  चित्रकला में भारतीय  सौन्दर्य शास्त्र " री पढाई री  पोथी रे ताण  ! और ओ जाणियो की गांधी जी भारतीय कला सौन्दर्य री  किती गहरी समझ राखता था ! माहरी बात मैं पूरी  करि आ केपरोर की गांधी जी राष्ट्र पिता हा और हूँ राष्ट्र पुत्र  बणन री कोशिश में हूँ ! 

Myself is speaking on thought of MAHATMA GANDHI in discuss of " thoughts of Mahatma Gandhi and thats impression on present .from stage of Sanskritik srajan pakhwada 2025 at Rotary club Bikaner .


फेर संचालक जी संगोष्ठी रा मुख्य वक्ता श्री मनमोहन कल्याणी जी ने डेस्क भोळायी इंटेक री अतिरित्क अधीक्षक री  जिमेवारी रो पद भोलावता थका ! श्री मनमोहन कल्याणी जी भी गांधी जी रे विचारा री  प्रासंगिकता पर बोलता थका केयो की अबे सरकार भी गांधी जी रे विचार ने मिशन जिया परोट रही है जीके में महिला शिक्षा/  सशक्तिकरण  , स्वच्छता / कृषि प्रधान देश / स्वदेशी और स्वरोजगार जेड़ा विचार आज सरकारी योजना बणग्या है आइज प्रासंगिकता है गांधी जी रे विचारा री  ! 

अध्यक्षीय उद्बोधन देवता थका डॉ. सुधा आचार्य जी भी श्री मुरलीधर जी रे विचारा री  बात सुं गांधी जी ने  याद करता थका आप री  बात राखी ! पछे आभार दियो अकादमी रा पदाधिकारी जी और आभार रे बाद गरिमामय मंच ने प्रतीकचिन्ह भेंट करिया राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी रा सचिव अर संगोष्ठी में  पधारोडा प्रबुद्ध जन ! 

अठे  कई चितराम महारे केमेरा सु लियोडा  आप री निजर सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े री 2025 , प्रथम कड़ी री  अंतिम प्रस्तुति रा रोटरी क्लब बीकानेर रे सभागार सु !


i hope you will visualize to sanskritik srajan pakhwada 2025 of culture ministry of India / Rajasthani bhasha sahitya aevam sanskriti academy Bikaner/ Rajasthan  from my text visuals in  Rajasthani Language . 

Yogendra Kumar Purohit

Master of fine Art

BIkaner, INDIA

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